लाइसोसोम (Lysosome) लयनकाय खोज कार्य प्रक्रिया

लाइसोसोम का नामकरण

लाइसोसोम शब्द का नामकरण दो शब्दों से मिलकर बना है जिसमें प्रथम शब्द (लयनकाय , Lysosome; Lyso = पाचन ,Soma= काय)
लाइसोसोम खोज
Lysosome खोज व इसका नामकरण डी. ड्यूव (De Duve) किया गया था।
लाइसोसोम की खोज यकृत कोशिकाओं में की गई है यूकेरियोटिक कोशिका में समान रूप में पाए जाते हैं।

लाइसोसोम का आकार

 Lysosome एकलकलाबद्ध, सूक्ष्म, गोलाकार 0.25 से 0.80 माइक्रो मीटर व्यास के थैलीनुमा कोशिका है। इनकी आकृति कोशिका की क्रियात्मक अवस्था पर परिवर्तित हो सकती है

लाइसोसोम में एन्जाइमस

इसके भीतर लगभग 50 प्रकार हाइड्रोलेज (Hydrolase) एंजाइम्स जैसे लाइपेज, प्रोटीएज, कार्बोहाइड्रेज राइबोन्यूक्लिऐज, डिऑक्सीराइबोन्यूक्लिऐज व अन्य पाये जाते हैं।

राइबोसोम के प्रकार


लाइसोसोमों का निर्माण प्रमुखत: गॉल्जीकाय तथा अंतर:र्द्रव्यी जालिका (Endoplasmic Reticulum) से होता है
निर्माण स्थल हुआ करती के अनुसार ये चार प्रकार के हो सकते हैं लेकिन प्रमुख प्रकार दो होते हैं

प्राथमिक लाइसोसोम्स
द्वितीयक लाइसोसोम्स

प्राथमिक लाइसोसोम First Lysosome सर्वप्रथम बनने वाले लाइसोसोम होते हैं जिनमें नवजात एंजाइम भरे रहते हैं। गोल्जीकाय व ER से बनते हैं

द्वितीयक लाइसोसोम्स Secondry Lysosome लाइसोसोम का निर्माण जीवद्रव्यकला से भक्षकाणुक्रिया के दौरान होता फैगोसाइटिक पुटिकाए प्राथमिक लाइसोसोमों से संयुक्त होकर, द्वितीयक लाइसोसोम्स या फैगोसोम बनातें है।

लाइसोसोम की प्रक्रिया

इनमें प्राथमिक लाइसोसोम के एन्जाइम्स के भोजन कणों का पाचन जो शर्करा, वसा, प्रोटीन, न्यूक्लिक अम्ल या जलअपघटनन कर देते हैं। पाचन के उपरान्त सभी पचे हुए घुलनशील पदार्थ लाइसोसोम की झिल्ली से कोशिकाद्रव्य में मुक्त हो जाते हैं। जबकि बिना पचा हुआ  पदार्थ द्वितीयक Lysosome द्वारा एक्सोसाइटोसिस क्रिया द्वारा कोशिका(Cell) से बाहर निकाल दिया जाता है कई बार उचित कारण वश Lysosome कोशिका में ही हट जाता है इस कारण इससे निकलने एन्जाइम्स उसी कोशिका के जिसमें उपस्थित थे अवयवों का पाचन कर कोशिका को नष्ट कर देते हैं इसलिए इनको आत्मघाती थैलिया (Sucidal bags) कहा जाता हैं।

लाइसोसोम के कार्य (Function of Lysosome)


  1. बाह्य पदार्थों का पाचन कोशिका में फेंगोसाइटोसिस (Phagocytosis) एवं पीनोसाइटोसिस द्वारा ग्रहण किए गए भोजन का पाचन लाइसोसोम द्वारा होता है।
  2. अंतः कोशिकीय पदार्थों का पाचन Lysosome द्वारा होता है।
  3. स्वलयन - रोग ग्रस्त कोशिका को नष्ट करना।
  4. निषेचन (Fertilization)में सहायक अण्ड कोशिका में नर युग्मक में प्रवेश हेतु झिल्ली का पाचन कर मार्ग बनाते हैं।
  5. लाइसोसोम कोशिका विभाजन में सहायता करता है।
  6. गुणसूत्रों (Chromosomes) को अलग-अलग करना।
  7. अंकुरित (Germinated) बीजों में संचित भोजन का पाचन कर अंकुरण हेतु उपलब्ध कराना।

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