परमाणु द्रव्यमान क्या है-What is Atomic Mass ,Size and Weight

What is atomic mass ,size and weight

इसमें हम परमाणु आकार,परमाणु द्रव्यमान तथा इनके प्रकार,परमाणु भार आदि के बारे विस्तार से अध्ययन करगे।

परमाणु का आकार (Size of atom)

किसी यौगिक के विलगित परमाणु के नाभिक से बाह्यतम कोश के मध्य की दूरी को परमाण्वीय त्रिज्या (Atomic radius) कहते हैं। परन्तु न तो परमाणु को विलगित कर सकते हैं तथा न ही नाभिक से बाह्यतम कोश की दूरी साधारण तरीके से नापी जा सकता है अतः परमाण्वीय त्रिज्या को इस प्रकार समझा सकते हैं।

  1. परमाणु द्रव्यमान (Mass of atom)सह-संयोजक (co-perater) :- समान परमाणुओं द्वारा बनाए गए एकल सह-संयोजक बंध की दूरी का आधा सह-संयोजक त्रिज्या कहलाती है। जैसे- क्लोरीन के दो परमाणुओं के नाभिकों के मध्य दूरी का आधा 9A° ही परमाण्वीय त्रिज्या माना जाता है।
  2. धात्विक त्रिज्या (Metallic radius) :- धात्विक क्रिस्टल में उपस्थित दो परमाणुओं के मध्य की अन्तरानाभिक दूरी का आधा परमाण्वीय त्रिज्या कहलाता है। 
Dalton के परमाणु सिद्धांत के अनुसार प्रत्येक तत्व का परमाणु द्रव्यमान होता है। व्यवहारिक रूप से परमाणु का द्रव्यमान प्रोटाॅन, न्यूट्रॉन की उपस्थिति के कारण होता है। नाभिक में उपस्थित प्रोटाॅन, न्यूट्रॉन को न्यूक्लियाॅन (Nucleon) कहते हैं। परमाणु का समस्त द्रव्यमान नाभिक में होता है।
ऑक्सीजन परमाणु का द्रव्यमान 16 amu ( 8 प्रोटाॅन व 8 न्यूट्रॉन )
नाइट्रोजन परमाणु का द्रव्यमान 14 amu ( 7 प्रोटाॅन व 7 न्यूट्रॉन )
एक परमाणु में उपस्थित न्यूक्लियाॅन की संख्या (प्रोटाॅन+ न्यूट्रॉन) द्रव्यमान संख्या कहते हैं। द्रव्यमान संख्या को 'A' से प्रदर्शित करते हैं।
किसी परमाणु में उपस्थित प्रोटाॅन की संख्या क्रमांक या परमाणु संख्या कहलाती है। इसे [Z] से प्रदर्शित करते हैं।
                      A= Z+n
                      A= द्रव्यमान संख्या
                      Z = परमाणु क्रमांक
                      n = न्यूट्रॉन की संख्या

परमाणु भार (Weight of Atom)

परमाणु संरचना के बारे में ज्ञान हो गया साथ ही इलेक्ट्रॉन के  e/m के बारे में जान गए। प्रारंभ में सबसे छोटे हाइड्रोजन परमाणु का भार एक इकाई मानकर अन्य तत्वों के परमाणुओं के बारे परिकलित किया। तथा परमाणु भार की परिभाषा दी ' किसी तत्व का परमाणु भार वह number होती हैं। जो तत्व हाइड्रोजन [H] के परमाणु से कितना गुणा अधिक भारी है।
1961 में कार्बन -12 समस्थानिक के भार के बारहवें भाग को माना गया तथा इसे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मानक परमाणु द्रव्यमान इकाई माना गया। इसके अनुसार " किसी तत्व का परमाणु भार कार्बन -12 समस्थानिक के बाहरवें भाग (1/12) के सापेक्ष उस तत्व के सभी समस्थानिको का औसत भार होता है।

सारणी के माध्य  तत्वों के परमाणु भार


आवोगाद्रो संख्या

हाइड्रोजन [H] व ऑक्सीजन [O] की क्रिया द्वारा जल का बनता है। जो अभिक्रिया निम्नानुसार हैं।

इस अभिक्रिया में हाइड्रोजन के दो अणु व ऑक्सीजन के एक अणु अभिक्रिया कर जल के दो अणु बनते हैं। अभिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थों की मात्रा ज्ञात की जा सकती है। अर्थात इसके अणु अथवा परमाणुओं की संख्या आसानी से गणना कर सकते हैं। पदार्थ की मात्राओं का ज्ञान एक नई इकाई ' मोल [mol] ' की अवधारणा की गई। मोल अवधारणा के अनुसार " किसी पदार्थ के मोल का द्रव्यमान [Mass]उसके ग्राम परमाणु अथवा अणुभार के बराबर होता है।"
सभी पदार्थों के एक मोल में उसके कणों परमाणु, आयन, अणु की संख्या निश्चित होती हैं। जिसे आवोगाद्रो संख्या कहते है।


परमाणु की स्थति

परमाणु में इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर अपनी नश्चित कक्षाओं में चक्कर घुमते है। परमाणु में कक्षाएं बोर द्वारा K,L,M,N,O अथवा 1,2,3,4,5 से प्रदर्शित की गई है। परमाणु में प्रत्येक कक्षा इलेक्ट्रॉन की संख्या 2n2 होती हैं। जिसमें  'n ' कक्ष की संख्या है।‌ बोर के अनुसार परमाणु के बाह्यतम कोश में इलेक्ट्रॉन की संख्या अधिकतम आठ (8) होती हैं।
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