राइबोसोम (Ribosome)
राइबोसोम कोशिकाद्रव्य में स्वतंत्र रूप में तथा खुरदरी अन्तर्द्रव्यी जालिका पर दाने के रूप में पाया जाता है। राइबोसोम RBC कोशिका को छोड़कर शेष सभी कोशिकाओं में (यूकैरियोटिक कोशिका व प्रोकैरियोटिक कोशिका) में पाया जाता है। सबसे छोटी कोशिकांग इकाई है।
Ribosome की खोजकर्ता
- रोबिनसन व ब्राउन (सेम की जड़ों में)
- नामकर्ता – पैलाडे ( इलैक्ट्रोनिक सूक्ष्मदर्शी द्वारा सघन कणिकाओं के रूप में देखा)
राइबोसोम के उपनाम
- राइबो न्यूक्लियो प्रोटीन
- माइक्रोसोम शब्द दिया – क्लाड
- प्रोटीन संश्लेषण का कारखाना
- कोशिका का इंजन
- पैलाडे कण
रोइबोसोम का रासायनिक संगठन
- R-RNA व प्रोटीन का बना होता है।
राइबोसोम का आकार
- 150 × 250 एग्स्ट्रोग
राइबोसोम का निर्माण
- केन्द्रिका
राइबोसोम के प्रमुख कार्य
- प्रोटीन का संश्लेषण
राइबोसोम के प्रकार
- प्रोकेरियोटिक कोशिका व यूकैरियोटिक कोशिका दोनों में पाया जाता है।
- प्रोकैरियोटिक कोशिका में राइबोसोम 70S प्रकार का पाया जाता है जो बड़ी उप इकाई 50S की इकाई 25s + 5S) एवं छोटी उप इकाई 30S की इकाई 16S प्रकार की बनी होती है
- यूकैरियोटिक कोशिका में राइबोसोम 80S प्रकार का पाया जाता हैं जो बड़ी उप इकाई 60S की इकाई (28S + 5.8S + 5S) एवं छोटी उप इकाई 40S की इकाई 18S प्रकार की बनी होती है।
नोट:-
- s = अवसादन गुणांक (राइबोसोम के आकार की मापने की इकाई होती है)
- माइटोकॉन्ड्रिया व क्लोरोप्लास्ट का राइबोसोम 70S प्रकार का पाया जाता है।
- माइटोकॉन्ड्रिया के राइबोसोम को माइटोराइबोसोम कहते हैं
- क्लोरोप्लास्ट के राइबोसोम को प्लास्टीड्यिल राइबोसोम कहते हैं।
राइबोसोम की संरचना
Source : NCERT |
राइबोसोम छोटी इकाई एवं बड़ी उप इकाई का बना होता है।
छोटी इकाई की आकृति अण्डाकार एवं बड़ी इकाई की आकृति गुम्मदाकार होती है
छोटी इकाई व बड़ी उप इकाई के क्रमशः कार्य m- RNA को जोड़ना व t- RNA को जोड़ने का काम करते हैं।
राइबोसोम की संरचना के स्थाइत्व के लिए mg2+ की आवश्यकता होती है जिसका मान 0.001 मोलर होता है। यदि सान्द्रता का मान कम हो तो दोनों इकाइयां अलग-अलग हो जाती है जबकि सान्द्रता का मान अधिक होने पर दोनों इकाइयां द्विलक का निर्माण करती है।
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