डाल्टन का परमाणु सिद्धांत_Dalton's Atomic Theory

Dalton's Atomic Theory


डाल्टन का परमाणु सिद्धांत विज्ञान के प्रति उत्साहित लोगों के लिए शोध का सबसे महत्वपूर्ण विषय रहा हैं। वैज्ञानिकों और दार्शनिकों ने हमेशा वस्तुओं को सरल बनाने की कोशिश रही हैं। 

Dalton's Atomic Theory of history


डेमोक्रिटस पहला व्यक्ति था जिसने प्रस्तावित किया कि पदार्थ कणों से बना हैं। उन्होंने इन कणों का नाम 'एटमोस' दिया जिसका अर्थ "अविभाज्य कण " यह डेमोक्रिटस का परमाणु सिद्धांत था। लेकिन तकनीकी कमी के कारण वैज्ञानिकों को इस सिद्धांत पर बहुत सीमित जानकारी थी। लगभग 2000 वर्षों के बाद जॉन डाल्टन ने सन् 1808 में जॉन डर्डन नाम के ब्रिटिश स्कूल अध्यापक ने परमाणु की व्याख्या करने के लिए एक सिद्धांत दिया। उन्होंने इस सिद्धांत को " ए न्यू केमिकल फिलॉसफी " नामक पत्र में प्रकाशित किया 

Dalton's Atomic Theory

सन् 1808 में जॉन डाल्टन नाम के British स्कूल अध्यापक ने परमाणु की व्याख्या करने के लिए एक सिद्धांत दिया। यह परमाणु सिद्धांत रासायनिक संयोजन, द्रव्यमान संरक्षण और निश्चित अनुपात के नियमों के आधार पर दिया गया था।
Dalton परमाणु सिद्धांत के मतानुसार परमाणुओं के अविभाज्य कणों से बना हैं। लेकिन यह मत बाद में अस्वीकार हो गया। किसी भी  तत्व के सभी परमाणुओं के गुण द्रव्यमान सहित समान होते है। क्योंकि किसी तत्व के सभी परमाणुओं का द्रव्यमान समान होता हैं। जबकि विभिन्न तत्वों के परमाणुओं का अलग-अलग द्रव्यमान होता हैं।जिन्हें "Isotope " के रूप में जाना जाता है।, लेकिन एक ही तत्व के Isotope में समान रासायनिक गुण होते हैं।
 विभिन्न तत्वों के परमाणु यौगिकों को बनाने के लिए निश्चित अनुपात में संयोजित (Combined) होते हैं। रासायनिक अभिक्रियाओं में परमाणु केवल पुनर्जीवित होते हैं उनमें रासायनिक अभिक्रियाएँ के द्वारा न तो बनाया जा सकता है, न नष्ट किया जा सकता है। एक तत्व के परमाणु आकार, द्रव्यमान और भौतिक गुण समान हैं। लेकिन दो विभिन्न तत्वों के परमाणु द्रव्यमान (mass),आकार भौतिक गुणों में भिन्न होते हैं। डाल्टन ने परमाणु सिद्धांत द्वारा बताया कि पानी अलग-अलग अनपातों में अवशोषित करता हैं। उदाहरण :- पानी कार्बन डाई ऑक्साइड को अवशोषित करने की तुलना में कहीं अधिक बेहतर हैं। डाल्टन ने यह अनुमान लगाया कि यह गैसों के संबंधित कणों के द्रव्यमान और जटिलता में Difference  के कारण था । दरअसल, कार्बन डाई ऑक्साइड (co2) के अणु  नाइट्रोजन अणुओं (N2 ) से भारी और बड़े होते हैं। डाल्टन ने प्रस्तावित किया कि प्रत्येक रासायनिक तत्व एक एकल,अद्वितीय प्रकार के परमाणुओं से बना हैं।

डाल्टन के परमाणु सिद्धांत की कमियाँ 

  • परमाणु अविभाज्य नहीं हैं। एक परमाणु के रूप में प्रोटीन,न्यूट्रॉन और इलेक्ट्रॉन में विभाजित किया जा सकता हैं। परमाणु एक रासायनिक प्रतिक्रिया में भाग लेने वाला सबसे छोटा कण होता हैं।
  • डाल्टन परमाणु सिद्धांत के अनुसार,एक तत्व के परमाणु आकार, द्रव्यमान और भौतिक गुण समान हैं। लेकिन कई तत्वों के परमाणु अपने घनत्व ओर और द्रव्यमान में भिन्न होते है। विभिन्न द्रव्यमान वाले इन परमाणुओं को समस्थानिक के रूप में जाना जाता है उदाहरण :- क्लोरीन (Cl) में 35और 37 की संख्या में 2 समस्थानिक होते हैं।
  • डाल्टन,परमाणु सिद्धांत के अनुसार दो विभिन्न तत्वों के परमाणु द्रव्यमान,आकार भौतिक गुणों में भिन्न होते हैं। उदाहरण :- आर्गन (Ar) और कैल्शियम (Ca) का परमाणु द्रव्यमान 40 amu हैं। 
  • जब अलग-अलग तत्वों के परमाणु (दो या दो से अधिक तत्वों के परमाणु) अनुपात में संयोजित होते है। तो हमें रासायनिक यौगिक मिलते हैं। लेकिन जटिल कार्बनिक यौगिकों (चारकोल, ग्रेफाइट और डायमंड) के गुणों के different समझाने में विफल रहता हैं।
  • डाल्टन के परमाणु सिद्धांत के अनुसार परमाणु एक परमाणु का सबसे छोटा (सुक्ष्मतम) हिस्सा है जो रासायनिक प्रतिक्रिया में भाग ले सकता हैं। 
  • डाल्टन परमाणु सिद्धांत आधुनिक quantum mechanics और परमाणु सिद्धांतों के लिए आधार बनता हैं।

                  

Dalton's Atomic Theory of some important facts

  • प्रकृति में प्रत्येक पदार्थ छोटे छोटे कणों से मिलकर बनता है, जिसे परमाणु (Atom) कहते हैं।
  • परमाणु अविभाज्य कण होते हैं।
  • एक तत्व के सभी परमाणु भार, द्रव्यमान , आकार व रासायनिक गुणधर्मों में similar  होते हैं।
  • अलग-अलग तत्वों के परमाणु भार (Mass), आकार व रासायनिक गुणधर्मों में भिन्न भिन्न होते हैं।
  • अलग अलग तत्वों के परमाणु सदैव छोटी छोटी पूर्ण संख्याओं के सरल अनुपात में संयोग कर यौगिक बनाते हैं।
  • रासायनिक अभिक्रियाओं में परमाणु केवल पुनर्जीवित होते हैं उनमें रासायनिक अभिक्रियाएँ (Chemical reactions) के द्वारा न तो बनाया जा सकता है, न नष्ट किया जा सकता है

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