difference between isotope and isobar
परमाणु सिद्धांत द्वारा एक तत्त्व के सभी परमाणु समान होते हैं। लेकिन बाद में वैज्ञानिकों ने यह मत सही नहीं पाया गया, बताया कि एक तत्त्व परमाणु की द्रव्यमान संख्या अलग-अलग हो सकती हैं भिन्न-भिन्न तत्वों के परमाणु जिनकी द्रव्यमान संख्या समान होती है।, लेकिन परमाणु क्रमांक अलग-अलग होते हैं। समभारिक (isobar) कहलाते हैं
समस्थानिक (isotope )
वैज्ञानिक डॉल्टन के अनुसार परमाणु सिद्धांत द्वारा एक तत्त्व के सभी परमाणु समान होते हैं। लेकिन बाद में वैज्ञानिकों ने यह मत सही नहीं पाया गया, बताया कि एक तत्त्व परमाणु की द्रव्यमान संख्या अलग-अलग हो सकती हैं। जैसे हाइड्रोजन परमाणु जिसमें तीन प्रकार के समस्थानिक होते हैं। इनमें से हाइड्रोजन 99.98% ड्यूटीरियम 0.15% तथा ट्राइटियम 0.001% सूक्ष्म मात्रा में उपस्थित होती हैं।
इन सभी परमाणुओं में पाया गया कि हाइड्रोजन
के नाभिक में एक प्रोटॉन होता है। और परमाणु क्रमांक एक होता है। जबकि द्रव्यमान एक होता है।
ड्यूटीरियम (Deuterium) के नाभिक में एक प्रोटॉन व एक न्यूट्रॉन होता है और परमाणु क्रमांक एक होता है। जबकि द्रव्यमान दो होता है।
ट्राइटियम के नाभिक के नाभिक में एक प्रोटॉन व दो न्यूट्रॉन होते हैं। और परमाणु क्रमांक एक होता है। जबकि द्रव्यमान तीन होता है।
इस उदाहरण के अनुसार समस्थानिक की परिभाषा को निम्न प्रकार परिभाषित करते हैं " एक ही तत्व के परमाणु जिनके क्रमांक समान परन्तु द्रव्यमान संख्या अलग-अलग होती है, समस्थानिक कहते हैं।
कुछ अन्य उदाहरण
क्लोरीन परमाणु में दो समस्थानिक होते हैं। क्लोरीन-35, क्लोरीन-37
कार्बन परमाणु के दो समस्थानिक होते हैं। कार्बन-12, कार्बन- 14
ऑक्सीजन परमाणु के तीन समस्थानिक होते हैं। ऑक्सीजन-16, ऑक्सीजन-17 व ऑक्सीजन-18
isotope use (समस्थानिको के उपयोग )
- यूरेनियम (U) परमाणु के समस्थानिक का उपयोग परमाणु भट्टी में ईंधन के रूप में उपयोग किया जाता है।
- रेडियोधर्मी समस्थानिक विभिन्न रोगों के उपचार में काम में लिया जाता है। जैसे आयोडीन-131 का प्रयोग घेंघा रोग विशेषज्ञ कोबाल्ट-60 का प्रयोग कैंसर के उपचार हेतु काम में लेते हैं।
- समस्थानिको का उपयोग अभिक्रियाओं (Reactions) की अध्ययन करने के लिए उपयोग में लाया जाता है।
- Isotope -24 का उपयोग मानव के रक्त संचरण के अधययन करने के लिए काम में लिया जाता है।
समभारिक (isobar)
भिन्न-भिन्न तत्वों के परमाणु जिनकी द्रव्यमान संख्या समान होती है।, लेकिन परमाणु क्रमांक अलग-अलग होते हैं। समभारिक (isobar) कहलाते हैं। समभारिक को निम्न उदाहरण से समझ सकते हैं।
कैल्सियम तथा आर्गन दोनों की द्रव्यमान संख्या 40 होती है।, तथा इनका परमाणु क्रमांक क्रमशः 18 व 20 होते हैं।
कार्बन तथा नाइट्रोजन दोनों की द्रव्यमान संख्या 14 होती है। जबकि इनका परमाणु क्रमांक क्रमशः 6 व 7 होते हैं।
समभारिक परमाणुओं में न्यूट्रॉन व प्रोटॉन की संख्या का योग समान होती है। लेकिन दोनों में प्रोटॉन की संख्या भिन्न-भिन्न होती हैं।
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